डिप्रेशन क्या है, डिप्रेशन क्यों होता है, डिप्रेशन के कारण, डिप्रेशन के लक्षण, डिप्रेशन से बचने के उपाय, डिप्रेशन के नुकसान।

    डिप्रेशन क्या है -:

    डिप्रेशन एक प्रकार का मानसिक विकार है, जिसमे व्यक्ति अपने आप में दुखी अप्रसंता और उदासी महसूस करने लगता है। आज के समय में डिप्रेशन एक बहुत ही सामान्य समस्या हो गई है। और बहुत बड़ी मात्रा में लोग इसका शिकार हो रहे है, ऐसा कई कारणों से हो सकता है, जिसमे व्यक्ति स्वयं को अकेला महसूस करने लगता है, और धीरे धीरे अवसाद में चला जाता है। दुनिया भर में लगभग 30 करोड़ से भी ज्यादा लोग डिप्रेशन का शिकार है, जिसमे भारत के 5 करोड़ से ज्यादा लोग शामिल है। यह काफी गंभीर समस्या बन चुकी है, क्योंकि बच्चों से लेकर वयस्क सभी इसका शिकार बनते जा रहे है, किंतु यदि देखा जाएं तो पुरुषो की अपेक्षा महिलाये डिप्रेशन का अधिक शिकार होती है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमे व्यक्ति की दैनिक गतिविधियों से रुचि समाप्त होने लगती है और वह हर वक्त बुरा महसूस करने लगता है।




    डिप्रेशन के कारण, (डिप्रेशन क्यों होता है) -:

    1) पारिवारिक इतिहास -:

    डिप्रेशन का एक कारण आपका पारिवारिक इतिहास भी हो सकता है, इसे हम आनुवंशिक कारण भी कह सकते है। कुछ लक्षण वंशानुगत होते है जो एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में चले जाते है, डिप्रेशन भी एक ऐसी ही बीमारी है जो एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में जा सकती है, यदि आपके परिवार में पहले कोई डिप्रेशन का शिकार हो चुका है तो इसका खतरा और भी बड़ जाता है।

    2) कुछ बीमारियां -:

    कभी कभी कुछ बीमारियों के चलते भी हम लोग डिप्रेशन का शिकार हो सकते है, जब कोई व्यक्ति बहुत समय तक शारीरिक बीमारी या किसी अन्य बीमारी से पीड़ित रहता है तो वह तनाव महसूस करने लगता है, और एक ऐसी स्थिति आती है की ये तनाव बड़कर अवसाद या डिप्रेशन का रूप ले लेता है।

    3) मानसिक चोट -:

    बचपन में सिर पर लगी कोई चोट या किसी दुर्घटना में मस्तिष्क पर अंदरूनी चोट लग जाना जिसके चलते व्यक्ति डिप्रेशन का शिकार हो सकता है।

     4) नशीले पदार्थो का सेवन -:

    कभी कभी लोग अपने तनाव को कम करने या मनोरंजन में नशीले पदार्थों जैसे ड्रग्स या शराब का सेवन करने लगते है, इससे उनका तनाव कम होने की वजह और बड़ जाता है, और लगातार नशीले पदार्थ का सेवन करते रहने से एक स्थिति ऐसी आ जाती है के लोग डिप्रेशन का शिकार हो जाते है।

    5) मानसिक विकार -:

    किसी प्रकार का मानसिक विकार या मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमीटार्स की कमी के कारण भी डिप्रेशन हो सकता है। न्यूरोट्रांसमीटर्स मस्तिष्क में पाएं जाने वाले वे रसायन होते है जो मस्तिष्क और शरीर के माध्य संतुलन बनाए रखते है। शरीर में इनकी कमी से शारीरिक संतुलन बिगड़ने लगता है, और व्यक्ति डिप्रेशन में जाने लगता है।

    6) किसी प्रकार की दुर्घटना -:

    किसी प्रकार की कोई दुर्घटना या दर्दनाक हादसा जिससे आपको गहरा सदमा लगा हो और आपके दिमाग पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ा हो, जिसके कारण आप तनावग्रस्त हो जाते है और यह तनाव इतना बड़ जाता है की आप डिप्रेशन का शिकार हो जाते है। 

     7) असफलता -: 

    किसी कार्य में बार बार मिलने वाली असफलता तनाव का सबसे बड़ा कारण हो सकती है, इससे व्यक्ति का आत्मविश्वास गिर जाता है, वह चिड़चिड़ा हो जाता है और ऐसे में व्यक्ति डिप्रेशन का शिकार हो सकता है।

    8) आलोचना -:

    कभी कभी आप कितना भी अच्छा काम क्यों न कर ले लेकिन लोग आपकी आलोचना करना नही छोड़ते, और लगातार अपनी आलोचना सुनते रहने से हमारा आत्मविश्वास टूटने लगता है और हम तनावग्रस्त हो जाते है।

     9) हार्मोनल असंतुलन -: 

    हमारे शरीर में लगातार हार्मोन्स परिवर्तन होते रहते है, जिससे शरीर में कुछ  हार्मोन थायरॉयड हाइपो थायराइड  आदि का असंतुलन बड़ जाता है, जिससे डिप्रेशन का खतरा हो सकता है 
     10) तनाव -:

    तनाव लगभग हर बीमारी का कारण होता है, व्यक्ति को तनाव किसी भी कारण से हो सकता है, जो बाद में बड़कर गंभीर अवसाद अर्थात डिप्रेशन का रूप ले लेता है।

    11) किसी से बहुत ज्यादा लगाव होना -:

    कभी कभी हमे किसी चीज से इतना लगाव हो जाता है की हम उसके बिना रह ही नहीं पाते फिर चाहे वह कोई इंसान हो या जानवर और जब ये हमसे दूर चले जाते है, तो हम तनाव महसूस करने लगते है।

    12) मोबाइल फोन डिप्रेशन का सबसे बड़ा कारण -:

     ये तो सभी जानते है की आज के समय में मोबाइल सभी की आम जरूरत बन गई है बच्चे से लेकर बूढ़े सभी लोग मोबाइलेब के वशीभूत हो गये है, लोग दिन भर मोबाइल से चिपके रहते है, जो उनमें डिप्रेशन का कारण बन गया है। मोबाइल से निकलने वाली रेडियेशन हमारे दिमाग पर बहुत बुरा प्रभाव डालती इससे व्यक्ति धीरे धीरे तनाव में चला जाता है, और डिप्रेस हो जाता है। हमें मोबाइल की आदत इस प्रकार लग चुकी है, की हम 1 मिनिट को भी मोबाइल से दूर नहीं रह सकते चलते फिरते,  खाते पीते हर वक्त वस मोबाइल इसके चलते हम अपने परिवार से भी दूर होते जा रहे है। मोबाइल हमे शारीरिक और मानसिक दोनों ही तरह से कमजोर बना रहा है। इससे सिरदर्द माइग्रेन जैसी गंभीर समस्या पैदा हो रही है, आज के समय में डिप्रेशन का सबसे बड़ा कारण कोई है, तो बो मोबाइल ही है।

    डिप्रेशन के लक्षण -:

    1) हर वक्त दुखी रहना या उदासी महसूस होना 

    2) बहुत जल्द गुस्सा आना 

    3) थकान और चिड़चिड़ापन महसूस होना 

    4) सोचने और समझने की क्षमता कम होना 

    5) किसी काम में मन नहीं लगना

    6) नींद की परेशानी होना ( कम या ज्यादा नींद)

    7) पूरा दिन सुस्ती महसूस होना

    8) हर समय चिंतित रहना

    9) अकेलापन महसूस होना

    10) लोगो से भागना, अकेला रहना

    11) बैचेनी

    12) किसी गतिविधि में रुचि न होना 

    13) कभी कभी हिंसात्मक प्रवत्ति का प्रदर्शन करना

    14) मन में आत्मघाती विचारो का आना

    15) सिर अथवा मस्पेसियों में दर्द रहना

    16) शराब, ड्रग्स अथवा नशीले पदार्थो की लत लगना

    17) निर्णय लेने में परेशानी 

    18) आत्मविश्वास में कमी आना



    डिप्रेशन से बचने के घरेलू उपाय -:

    शारीरिक व्यायाम और ताजी हवा -:

    शारीरिक व्यायाम और ताजी हवा एक स्वस्थ जीवन शैली के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, रोज व्यायाम करने से हमारे शरीर में रक्त परिसंचरण बेहतर होता है, और शरीर को आराम मिलता है, इससे शरीर में हार्मोन का संतुलन बना रहता है और हम तनाव मुक्त जीवन व्यतीत करते है।

     स्वस्थ आहार -: 

    शरीर को किसी भी बीमारी से बचने के लिए संतुलित आहार बहुत जरूरी होता है, हमे रोज पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए और अपने आहार में भरपूर पोषक तत्व, विटामिन, खनिज लवण और हरी सब्जियों को शामिल करना इससे हमारे मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमीटर का संतुलन बना रहता है और हम अन्य बीमारियों से भी दूर रहते है। 

    स्कारात्मक दृष्टिकोण -:

    किसी भी परिस्थिति में सकारात्मक रहे, केवल अपने लक्ष्यों पर ही ध्यान केंद्रित करें, अपनी असफलताओं से सीखे और आलोचनाएं से न घबराएं ऐसा करने से आप तनाव मुक्त रहेंगे ।

    परिवार के साथ समय व्यतीत करे -: 

    जितना हो सके अपने परिवार वालो के साथ समय व्यतीत कर उन्हे अपनी परेशानियां बताएं ऐसा करने से आप तनाव मुक्त होंगे और आपकी मुश्किल कम होंगी, अपने आप को अकेला महसूस न करे अपने माता पिता और परिवार वालो से बात करे इससे आपको अच्छा लगेगा।

    समय समय पर बाहर घूमने जाएं -:

    जब भी आपको समय मिले कहीं बाहर घूमने अवश्य जाए जैसी की अपने दादा दादी , नाना नानी या किसी अन्य रिश्तेदार इससे आपको कुछ समय के लिए आपनी सामान्य दिनचर्या से बाहर निकलने में मदद मिलेगी और आप तनाव मुक्त रहेंगे।

     खेलकूद आदि में भाग ले -:

    एक तनाव मुक्त जीवन के लिए सबसे बेहतर तरीका है खेलकूद या कोई भी फिजिकल ऐक्टिविटी इससे आप तरोताजा महसूस करते है, 

    अपना मनपसंद काम करे या अपने आपको व्यस्त रखे।

    जितना हो सके  स्वयं को व्यस्त रखे, ऐसा करने से आपके मन में कोई भी नकारात्मक विचार नहीं आ पाएंगे और आप तनाव से मुक्त रहेंगे, अपने आप को व्यस्त रखने के लिए आप अपने मन पसन्द काम करे जैसे यदि आपको खाना बनाना, ड्राइंग करना या कॉमिक्स पड़ना जो भी पसंद हो आप अपने फ्री समय में कर सकते है

    असंतुलित खाने से बचे -:

    कोलेस्ट्रॉल, कैफिन युक्त पदार्थो के सेवन या अधिक मात्रा में नमक खाने से बचे इससे आपको हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है तो तनाव का एक कारण बन सकता है।

    धूम्रपान से बचे -:

    धूम्रपान डिप्रेशन का बहुत बड़ा कारण है। कई बार लोग तनाव कम करने के लिए इसका सेवन करते है, लेकिन यह तनाव को और अधिक बड़ाने का काम करता है, इसलिए धूम्रपान का सेवन नहीं करना चाहिए।

    मोबाइल का उपयोग कम करे -:

    मोबाइल का अनावश्यक उपयोग न करे इससे निकलने वाली रेडियेशन हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती है, और माइग्रेन का कारण बन सकती है, इसलिए मोबाइल का उपयोग कम करे और बच्चो को अनावश्यक मोबाइल का उपयोग न करने दे।

    पालतू जानवर के साथ समय बिताये -: 

    कई एक्सपर्ट का मानना है की पालतू जानवरों के साथ समय बिताने से उनके साथ खेलने से हम तनाव मुक्त होते है, इसलिए डिप्रेशन से बचने का सबसे अच्छा उपाय है, की आप पालतू जानवरों के साथ समय बिताए, इससे आपको अच्छा लगेगा।

     म्यूजिक सुने -:

    एक अच्छा म्यूजिक आपके मन को शांति देता है इससे आपका मूड फ्रेस हो जाता है और आपके अंदर सकारात्मकता आती है, इसलिए यदि आपको तनाव महसूस हो तो आप कोई अच्छा सा मयूजिक सुने आपको अच्छा लगेगा।

    डिप्रेशन से होने वाले नुकसान -: 

    माइग्रेन -:

    डिप्रेशन के कारण कई बार लोगो को माइग्रेन की समस्या होने लगती है ऐसा अधिक सोचने या दिमाग पर ज्यादा लोड डालने या अनिद्रा  के कारण होता है।

    आत्महत्या -: 

    डिप्रेशन के कारण कई बार  लोग हिंसात्मक प्रवत्ति के हो जात है, उनके अंदर आत्मविश्वास की कमी आ जाती है, और हतास होकर कई बार गलत कदम उठा लेते है।

    मोटापा -: 

    डिप्रेशन अथवा तनाव के चलते लोगो में हार्मोन थायरॉयड आदि का असंतुलन होने लगता है और खान पान में गड़बड़ी के कारण लोग मोटापे का शिकार हो जाते है।

     लोगो से दूर हो जाना -:

    डिप्रेशन के कारण लोग ज्यादातर अकेला रहना पसंद करते है, लोग अपने आप को असहाय और निराश महसूस करने लगते है। और धीरे धीरे लोगो से और समाज से दूर होने लगते है।

    पागलपन -:

    लगातार डिप्रेस रहने की वजह से लोग गंभीर रूप से पागलपन का शिकार भी हो सकते है, और अपने ही परिवार को अपना दुश्मन समझने लगते है।

    भ्रम की स्थिति -:

    कभी कभी अधिक स्ट्रेस की वजह से हमे भ्रम भी होने लगता है, हमे बो सब दिखाई देने लगता है जो वास्तव में है, ही नहीं इस कारण हमे हर छोटी बड़ी वस्तु से डर लगने लगता है।

    हार्ट अटैक -:

    कई बार अधिक तनाव हार्ट अटैक का कारण भी बन सकता है। क्योंकि आप जितना ज्यादा टेंशन लेंगे आपका ब्लैड प्रेशर हाई होगा और हार्ट अटैक जैसे गंभीर समस्या पैदा होंगी।

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    डॉक्टर की सलाह -:

    बहुत अधिक तनाव की स्थिति में या लंबे समय से तनावग्रस्त बने रहने पर किसी अच्छे सायकेट्रिस से सलाह लेनी चाहिए।
    कैसी भी प्रकार की तनाव मुक्त दवाइयों का सेवन डॉक्टर के परामर्श से ही करना चाहिए। 








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