हीमोग्लोबिन क्या है ? (What is Hemoglobin)
हीमोग्लोबिन लाल रक्त कणिकाओं (Red Blood Cells) में पाया जाने वाला एक प्रोटीन है। हीमोग्लोबिन और लाल रक्त कणिकाओं (Red Blood Cells) के कारण ही हमारे रक्त का रंग लाल होता है। हीमोग्लोबिन रक्त की सहायता से फेफड़ो से शरीर के विभिन्न भागो तक ऑक्सीजन ले जाने और कार्बन डाई ऑक्साइड को शरीर के विभिन्न भागो से फेफड़ो तक लाने का कार्य करता है।
हीमोग्लोबिन हमारी लाल कणिकाओं (Red Blood Cells) को आकार देने का काम भी करता है। लाल रक्त कणिकाओं (Red Blood Cells) का आसामान्य आकार हीमोग्लोबिन की कमी के कारण होता है, जिसके कारण शरीर में विभिन्न समस्याएं सामने आने लगती है।
शरीर में हीमोग्लोबिन का सामान्य स्तर पर होना बेहद जरुरी होता है, क्योकि इसकी कमी से शरीर में लाल रक्त कणिकाओं (Red Blood Cells) की भी कमी होने लगती है। और शरीर के विभिन्न भागो तक ऑक्सीजन ले जाने में कठिनाई होने लगती है, जिसके कारण शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है। हीमोग्लोबिन की ज्यादातर कमी महिलाओ में देखने को मिलती है।
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एक व्यस्क पुरुष के शरीर में हीमोग्लोबिन की सामान्य मात्रा 14-16 g /dl और व्यस्क महिलाओ में हीमोग्लोबिन की सामान्य मात्रा 12-16 g /dl होनी चाहिये।
हीमोग्लोबिन या खून की कमी क्यों होती है ? (Why is there a deficiency of Hemoglobin or Blood)
आज कल शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी होना बेहद सामान्य बात हो गई है, यह कई कारणों से हो सकती है।
1 खाने में आयरन की कमी होना।
2 असंतुलित भोज्य पदार्थो के सेवन से।
3 शरीर के द्वारा कम मात्रा में लाल रक्त कणिकाओं (Red Blood Cells) का निर्माण करना।
4 पीरियड के दौरान अधिक ब्लीडिंग होने पर।
5 प्रेगनेंसी के कारण भी हीमोग्लोबिन कम हो सकता है।
6 किसी बीमारी के कारण शरीर में रक्त के कम हो जाने के कारण।
7 लाल रक्त कणिकाओं (Red Blood Cells) के जल्दी नष्ट होने के से।
8 शरीर में खून की कमी होने पर।
9 विटामिन C, विटामिन B12, फोलिक एसिड की पर्याप्त मात्रा ना लेने पर।
हीमोग्लोबिन की कमी होने के लक्षण (Symptoms of hemoglobin deficiency)
थकान : शरीर में रक्त की कमी (हीमोग्लोबिन) होने पर जब भी आप कोई काम करते हैं तो आप बहुत ही जल्दी थक जाते हैं या थोड़ी दूर चलने पर शरीर में थकान महसूस होने लगती है।
कमजोरी : शरीर में रक्त की कमी (हीमोग्लोबिन) होने पर दिन भर कमजोरी महसूस होती है और कोई भी काम करते समय आपके हाथ, पैर कांपने लगते हैं
साँस लेने में तकलीफ : हीमोग्लोबिन फेफड़ों से ऑक्सीजन युक्त रक्त को शरीर के विभिन्न भागों तक ले जाने का कार्य करता है इसलिए हीमोग्लोबिन की कमी होने पर ऑक्सीजन प्रवाह में कमी आने लगती है जिससे साँस लेने में तकलीफ होने लगती है।
सिर दर्द : शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी होने के कारण थकान, कमजोरी और चिडचिड़ाहत जैसी समस्याएं होने लगती हैं जिसके कारण बार बार सिर दर्द होने लगता है।
चक्कर आना : शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी होने पर अगर आप थोड़ा आराम कर रहे होते हैं और किसी कारणवश आप उठते हैं या चलना प्रारम्भ करते हैं तो आपको चक्कर आने लगते हैं।
त्वचा का रंग पीला होना : लाल रक्त कणिकाएं (Red Blood Cells) त्वचा को हल्का गुलाबी रंग देती हैं लेकिन रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी होने से लाल रक्त कणिकाओं की संख्याओं में भी कमी आने लगती है जिसके कारण हमारी त्वचा का रंग हल्का पीला दिखाई देने लगता है।
ह्रदय की धड़कन तेज होना : हीमोग्लोबिन की कमी होने से आपके शरीर में ऑक्सीजन स्तर भी गिरने लगता है जिसके कारण ह्रदय को ऑक्सीजन को शरीर के विभिन्न भागों में पहुंचाने में अधिक कार्य करना पढता है।
भूख ना लगना : शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी होने पर हमारा शरीर कमजोर हो जाता है जिससे हमारा किसी काम में मन नहीं लगता और इसी कारण हमें भूख भी नहीं लगती।
हीमोग्लोबिन की कमी को दूर कैसे करें ? (How to overcome hemoglobin deficiency)
1 चुकंदर : यह कई एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जो लाल रक्त कणिकाओं (Red Blood Cells) को बढ़ाने में मदद करता है और शरीर में आयरन की कमी को दूर करने का काम करता है। शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को ठीक करने के लिए चुकंदर बेहद फायदेमंद होता है।
2 कद्दू के बीज : कद्दू के बीज मेग्नीशियम और कॉपर, जिंक आदि से भरपूर होते हैं। ये शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने में काफी मदद करते हैं।
3 चॉकलेट : आमतौर पर डार्क चॉकलेट जो कोको पाउडर से भरपूर हो क्यों की चॉकलेट खनिज, विटामिन, एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर होती है और इसमें आयरन की मात्रा भी काफी होती है जो रक्त में हीमोग्लोबिन को बढ़ाने में काफी कारगर है।
4 अखरोट : अखरोट में कैल्शियम, मैग्नीशियम, फाइवर, विटामिन B और Omega3 की पर्याप्त मात्रा होती है इसका सेवन करने से आपके शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी को दूर किया जा सकता है।
5 ब्रॉउन राइस (Broun Rice) : Broun Rice में आयरन होता है यह शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाने में काफी मदद करता है। Broun Rice के सेवन से आप पाचन सम्बन्धी समस्याओं और कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं।
6 काजू : काजू को आयरन का बहुत अच्छा स्त्रोत माना जाता है। काजू के सेवन से आपके शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ने लगता है।
7 अनार : अनार में आयरन, कैल्शियम, प्रोटीन, फाइवर और कार्बोकाईड्रेट आदि भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
पर्याप्त मात्रा में अनार का सेवन करने से आपके रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी को दूर किया जा सकता है।
8 लीची : लीची में विटामिन B, बीटा कैरोटीन, राइबोफ्लेबिन, नियासिन, फोलिक एसिड आदि भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। लीची लाल रक्त कणिकाओं के निर्माण में बहुत आवश्यक होती है इसीलिए लीची के सेवन से हीमोग्लोबिन की कमी को दूर किया जा सकता है।
9 बादाम : बादाम विभिन्न प्रकार के विटामिन, आयरन और कॉपर से भरपूर होता है जो रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी को दूर करने में और रक्त को साफ़ करने में मदद करता है।
10 हरी सब्जियां : हरी सब्जियां विटामिंस, फाइबर, आयरन, मिनिरल्स और कैल्शियम से भरपूर होती है। हरी सब्जियों में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बहुत कम होती है यह कार्बोहाइड्रेट के अच्छे स्रोत होती हैं। यह शरीर में खून की कमी को दूर करके हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाने में मदद करती है। हरी सब्जियों के अंतर्गत पालक को सबसे बेहतर माना जाता है क्योंकि यह रक्त मे आयरन की कमी को दूर करता है और हीमोग्लोबिन को बढ़ाने का काम करता है। हीमोग्लोबिन को बढ़ाने के लिए पालक का सेवन करना सबसे अच्छा उपाय माना जाता है।
11 सेब : सेब में विटामिन A, B, C , कैल्शियम, पोटेशियम पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। सेब एंटी ऑक्सीजन और आयरन से भरपूर होता है। सेब शरीर में रक्त प्रवाह को बेहतर बनाने, खून को साफ़ करने और हीमोग्लोविन को बढ़ाने में काफी फायदेमंद होता है।
12 विटामिन C युक्त कच्चे फल : शरीर में आयरन की कमी को दूर करने के लिए हमें बड़ा मन से युक्त भोजन जैसे नींबू, संतरा, आमला, टमाटर, पालक, ब्रोकली, स्ट्रॉबेरी आदि के सेवन से रक्त की कमी को दूर किया जा सकता है। इन सब का सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और खून साफ होता है। विटामिन C की कमी होने पर आयरन की पर्याप्त मात्रा में पूर्ती नहीं कर पाता जिसके कारन हीमोग्लोबिन का स्तर काम होने लगता है।
13 फोलिक एसिड (विटामिन B9) and विटामिन B12 : फोलिक एसिड और विटामिन B12 शरीर में लाल रक्त कणिकाओं (Red Blood Cells) के निर्माण में मदद करते हैं और हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने के लिए मददगार होता है। फोलिक एसिड के लिए हरी पत्तेदार सब्जियां, चावल, लीवर आयल, अंकुरित बीज, मूंगफली आदि का सेवन करना चाहिए। विटामिन B12 ऐसा विटामिन है जिसमे कोबाल्ट धातु पाई जाती है। विटामिन B12 के स्त्रोत पनीर, दूध, अण्डा, मछली, कॉडलिवरआयल आदि हैं।
14 मुनक्का (किशमिश) : मुनक्का आयरन कॉपर और विटामिन बी कंपलेक्स से भरपूर होता है, यह लाल रक्त कणिकाओं (Red Blood Cells) के निर्माण में सहायता करता है। मुनक्का शरीर में रक्त को बढ़ाने में मदद करता है, मुनक्का को दूध में डालकर उबालकर पीने से शरीर में रक्त और हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है।
15 पिस्ता : पिस्ता में फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, एमिनो अम्ल आदि पर्याप्त मात्रा में होता है। यह आयरन का भी अच्छा स्रोत माना जाता है, पिस्ता का सेवन करने से हीमोग्लोबिन की कमी को दूर किया जा सकता है यह रक्त को बढ़ाने में मदद करता है।
शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी से होने बाले नुक्सान (Disadvantages caused by lack of hemoglobin in the body)
1 शरीर के विभिन्न अंगों के ठीक से कार्य करने के लिए हीमोग्लोबिन बेहद जरूरी होता है इसकी कमी से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है जिसके कारन विभिन्न बीमारियां होने लगती हैं।
2 हीमोग्लोबिन की कमी से शरीर में ऑक्सीजन का स्तर गिरने लगता है जिससे सांस लेने में तकलीफ, साँस फूलना या ह्रदय की धड़कन तेज होना।
3 हीमोग्लोबिन की कमी से सिर दर्द, सीने में दर्द या शरीर में निरंतर दर्द बना रहता है और शरीर में थकान मांसपेशियों में कमजोरी बनी रहती है।
4 हीमोग्लोबिन की कमी से अधिक ठण्ड लगना या हाथ पैर के तलवे ठन्डे पढ़ना जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
5 कभी कभी हीमोग्लोबिन की अधिक कमी होने से किडनी, लीवर, ह्रदय से जुडी समस्या या एनीमिया आदि का खतरा भी हो।
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